Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : आज सभी महिलाओं का खाते में आना हो गया चालू ₹10000 रूपये।
बिहार सरकार की “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना” (Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana) महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत, पात्र महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर शुरू करने के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता अनुदान (जिसे वापस नहीं करना है) के रूप में प्रदान की जाती है।
आज ₹10,000 खातों में आने की खबर की सच्चाई
यह खबर कि “आज महिलाओं के खातों में ₹10-10 हजार आएंगे”, हाल ही में योजना की किस्तों के हस्तांतरण के संदर्भ में है। बिहार सरकार ने पहले ही कई चरणों में करोड़ों महिलाओं के खातों में यह राशि भेजी है।
26 सितंबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की और पहले चरण में 75 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये (कुल 7,500 करोड़ रुपये) ट्रांसफर किए।
3 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे चरण में 25 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये (कुल 2,500 करोड़ रुपये) भेजे।
6 अक्टूबर 2025: तीसरे चरण में 21 लाख महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की राशि मिली।
17 अक्टूबर 2025: चौथी किस्त भी जारी की गई।
यदि आप एक पात्र लाभार्थी हैं और अभी तक आपको यह राशि नहीं मिली है, तो संभावना है कि दिसंबर 2025 तक आपके खाते में यह राशि आ जाएगी, क्योंकि सरकार चरणबद्ध तरीके से फंड ट्रांसफर कर रही है। हालांकि, 4 नवंबर 2025 को कोई नई सार्वभौमिक किस्त आने की विशिष्ट आधिकारिक घोषणा नहीं है। फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया जारी है।
योजना के मुख्य बिंदु
उद्देश्य: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें छोटे व्यवसाय या स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना।
पात्रता: बिहार के हर परिवार की एक महिला को इस योजना का लाभ मिल सकता है, बशर्ते वह जीविका समूह से जुड़ी हो।
वित्तीय सहायता: 10,000 रुपये की प्रारंभिक अनुदान राशि, जिसे लौटाना नहीं है।
अतिरिक्त सहायता: सफलतापूर्वक व्यवसाय चलाने वाली महिलाओं को बाद में 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है।
अपना खाता कैसे चेक करें
यदि आप जानना चाहती हैं कि आपके खाते में पैसे आए हैं या नहीं, तो आप अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक कर सकती हैं या नज़दीकी बैंक शाखा से संपर्क कर सकती हैं।
यह योजना बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर है, जिसका उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है।
