Gold price latest update:आज का सोने का भाव: उतार-चढ़ाव के बीच निवेश का सुनहरा मौका
भारत में सोने की कीमत हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। यह केवल एक धातु नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग है, जिसे समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। आज, 7 नवंबर, 2025 को भी सोने के बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। यदि आप सोने में निवेश करने या आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह सही समय है कि आप बाजार की मौजूदा स्थिति को समझें।
आज के मुख्य भाव (प्रति 10 ग्राम)
24 कैरेट सोना (शुद्ध सोना): ₹1,20,933 के आसपास
22 कैरेट सोना (आभूषण बनाने के लिए): ₹1,10,855 के आसपास
(ध्यान दें: ये दरें सांकेतिक हैं और स्थानीय करों व मेकिंग चार्ज के कारण शहर-दर-शहर थोड़ी भिन्न हो सकती हैं)
सोने के भाव में दैनिक परिवर्तन
आज सोने के भाव में मामूली वृद्धि देखी गई है। 24 कैरेट सोने की कीमत में लगभग ₹800 प्रति 10 ग्राम की वृद्धि हुई है, जबकि 22 कैरेट सोने में भी इसी तरह का रुझान है। यह वृद्धि वैश्विक बाजार के संकेतों, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के मूल्य और अन्य आर्थिक कारकों का परिणाम है।
सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
सोने की कीमत कई स्थानीय और वैश्विक कारकों पर निर्भर करती है:
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: जब भी वैश्विक स्तर पर आर्थिक या राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत बढ़ जाती है।
अमेरिकी डॉलर बनाम भारतीय रुपया: भारत में सोने का आयात होता है, इसलिए डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर सीधे तौर पर सोने की कीमत को प्रभावित करती है। अगर रुपया कमजोर होता है, तो सोना आयात करना महंगा हो जाता है और कीमतें बढ़ जाती हैं।
ब्याज दरें और मुद्रास्फीति: उच्च मुद्रास्फीति (inflation) के समय में, सोने को हेजिंग (सुरक्षा) के रूप में देखा जाता है। हालांकि, जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोने में निवेश कम आकर्षक हो जाता है, क्योंकि इसमें कोई ब्याज नहीं मिलता है।
मांग और आपूर्ति: त्योहारी सीजन (जैसे दिवाली, धनतेरस) और शादियों के दौरान भारत में सोने की मांग बहुत बढ़ जाती है, जिससे स्थानीय कीमतें प्रभावित होती हैं।
निवेश का परिप्रेक्ष्य: एक सुरक्षित ठिकाना
ऐतिहासिक रूप से, सोने ने लंबी अवधि में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। पिछले एक दशक में, सोने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो ₹26,000 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर आज के स्तर पर पहुंच गई है। 2025 में, सोने की कीमतें 40% से अधिक बढ़ी हैं, जो 1979 के बाद इसका सबसे अच्छा वर्ष होने की राह पर है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा अस्थिर बाजार स्थितियों को देखते हुए, सोने में निवेश आपके पोर्टफोलियो को संतुलित करने का एक शानदार तरीका हो सकता है। आप भौतिक सोने (physical gold), गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs), या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) जैसे विकल्पों के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।
